गया: जन अधिकार युवा परिषद के जिलााध्यक्ष ओम यादव ने नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि “बिहार में बहार है,
ढाढर बांध में सुखाड़ है”। अपनी पीठ थपथपाने वाली और ‘अपने मुंह मियां मिट्ठू’ बनने वाली तथाकथित सुशासन की सरकार ने बोधगया विधान सभा के क्षेत्र में 300 करोड़ रूपये की लागत से ढाढर डैम का निर्माण कराया। लेकिन लगता है कि नीतीश सरकार उस डैम में पानी का इंतजाम करना भूल गई। इसलिए वहां की जनता को आज भी खेतों की सिंचाई के लिए और पीने के लिए पानी मैयस्सर नहीं है। इस डैम में आप चाहें तो गाडी भी चला सकते हैं। हालत ये है कि मानसून में जब बारिश होती है तो डैम में थोड़ा पानी आता है लेकिन कुछ घंटों में ही सारा पानी बह जाता है। इसे तिलैया डैम से जोड़ने का प्लान था लेकिन बिहार सरकार ने इस डैम को तिलैया डैम से ना जोड़ कर जनता का पैसा पानी की तरह बहाया है। जनता को इस 300 करोड़ रूपये का हिसाब कौन देगा? जनता से पैसे लूट कर उनके हक को छीनने वाली नीतीश सरकार अपने स्वार्थ सिद्ध कर रही है और नेताओं के जेब भर रही है। अब आप ही निर्णय कीजिए कि ढाढर बांध में सालों भर किसी भी मौसम में पानी नहीं रहता, तो ये घोटाला है या नहीं।
बिहार में बहार है, यहाँ घोटाले की सरकार है, इसलिए यहाँ ना स्वास्थ्य है और ना ही सिंचाई के लिए पानी का अम्बार है। सत्ता की मार से किसान लाचार है।