गया:जिला पदाधिकारी श्री अभिषेक सिंह द्वारा आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट 2 के तहत ‘हर खेत तक सिंचाई का पानी कार्यक्रम’ की समीक्षा की गई

ICN NEWS BIHAR/GAYA(बिष्णु सिन्हा):

 

गया, 1 फरवरी 2021, जिला पदाधिकारी श्री अभिषेक सिंह द्वारा आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय पार्ट 2 के तहत *हर खेत तक सिंचाई का पानी कार्यक्रम* की समीक्षा की गई। समीक्षा करते हुए जिला पदाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग सहित सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया की योजना के क्रियान्वयन में तेजी लावे तथा इस संबंध में किसानों के विचार को साझा करें।
    बैठक में बताया गया कि हर खेत में सिंचाई के पानी कार्यक्रम में नोडल पदाधिकारी के रूप में कार्यपालक अभियंता सिंचाई प्रमंडल को राज्य सरकार द्वारा नामित किया गया है। इस योजना में जिला कृषि पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई, कार्यपालक अभियंता विद्युत, जिला पंचायत राज पदाधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
   बैठक में बताया गया कि सिंचित तथा असिंचित खेत को चिन्हित किया जा रहा है। इस कार्य हेतु ग्रामीण स्तर पर सर्वेक्षण किया जा रहा है। कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग द्वारा बताया गया कि इस सर्वेक्षण में राजस्व नक्शा कि काफी संख्या में आवश्यकता है। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि इस योजना में किसानों के साथ उनके विचार तथा सुझाव को भी शामिल करें। फिलहाल ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध जो नक्शा है उस पर कार्य को आगे बढ़ावे।
    चेक डैम निर्माण का कार्य लघु जल संसाधन विभाग को दिया गया है। इस योजना में कार्यरत तथा अकार्यरत सरकारी नलकूप का भी सर्वे किया जा रहा है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि योजना से संबंधित एप्स का सहयोग ले ताकि इस कार्य को आगे बढ़ाया जा सके। इस कार्य में एक एप्प्स संबंधी तकनीकी सहायता हेतु सहायक सूचना विज्ञान पदाधिकारी को अधिक से अधिक सहयोग हेतु निर्देशित किया गया।
   जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि हर खेत में पानी पहुंचाने के लिए प्लॉट बार सर्वेक्षण के प्रथम चरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। प्रथम चरण के सर्वेक्षण में भी जिले में 63.56% प्लॉट सिंचित तथा 36.46% असिंचित पाए गए हैं। जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, ग्रामीण विकास विभाग तथा ऊर्जा विभाग के द्वारा अब तकनीकी सर्वेक्षण प्रारंभ किया गया है। तकनीकी सर्वेक्षण में सभी राजस्व गांवों के ऐसे प्लॉटों का सर्वेक्षण करेगी जहां सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है तथा इन असिंचित प्लॉटों में सिंचाई के पानी पहुंचाने की सभी संभावनाओं की तलाश की जाएगी। तकनीकी सर्वेक्षण कार्य को अगले 3 माह के अंदर पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद असिंचित प्लॉटों में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की वास्तविक कार्रवाई प्रारंभ होगी।
   बैठक में उप विकास आयुक्त श्री सुमन कुमार, जिला पंचायत राज पदाधिकारी श्री सुनील कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, वरीय कृषि विज्ञान केंद्र के पदाधिकारी, परियोजना निदेशक आत्मा, कार्यपालक अभियंता विद्युत, सहायक निदेशक उद्यान, सहायक निदेशक शष्य सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।

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